સવેરા ગુજરાત અમદાવાદ, તા 01
नई दिल्ली / राजस्थान : राजस्थान की धरा पर पाली जिले में तखतगढ पीठ आश्रम के पीठाधीश्वर गुरुदेव निर्भयदास एवं युवाचार्य अभयदास जी महाराज के सानिध्य में आयोजित आश्रम के नवीन भवन के उद्घाटन, भारत माता की प्रतिमा के शिलान्यास समारोह में योग गुरु स्वामी रामदेव, जैन आचार्य डॉ लोकेशजी, स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, आचार्य अविचल दासजी, महामंडलेश्वर रवीन्द्र पुरीजी आदि संत, केन्द्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी, सांसद पी पी चौधरी सहित गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं विशाल जन-समुदाय उपस्थित था।
इस अवसर पर, संत श्री निर्भय दास जी महाराज को जगद्गुरू रामभद्राचार्यजी द्वारा आचार्य पद पर प्रतिष्ठित किया गया। उपस्थित सभी संतों ने उन्हे शाल ओढ़ाकर अभिनंदन किया।
राजस्थान की माटी के सपूत विश्व शांतिदूत आचार्य डॉ लोकेशजी ने कहा कि आज मेरी जन्म भूमि राजस्थान का यह सौभाग्य है कि यहाँ पर गुरुदेव निर्भयदास एवं युवाचार्य अभयदास जी महाराज के निमंत्रण पर विश्व विख्यात संतों का आगमन हुआ है। इस धरा पर विश्व की सबसे बड़ी भारत माता मंदिर प्रतिमा तथा वेलनेस सेंटर के माध्यम से पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति, धर्म, अध्यात्म व नैतिकता का संदेश मिलेगा।
पतंजलि योगपीठ के संस्थापक योग गुरू स्वामी रामदेवजी ने सद्गुरु श्री त्रिकमदासजी धाम पीठ के नवीन भवन के लिए बधाई देते हुए कहा कि योग, मेडिटेशन, वेलनेस वर्तमान समय की बड़ी आवश्यकता है, सभी सामाजिक संस्थाओं और संतों का हमेशा की भांति यह कर्तव्य बनता है कि लोगो को स्वस्थ जीवन जीने के विभिन्न माध्यमों से समय-समय पर अवगत कराते रहें। उन्होने कहा कि योग, मेडिटेशन व वेलनेस से स्वस्थ व समृद्ध राष्ट्र का निर्माण संभव है।
केन्द्रीय मंत्री श्री गेजेन्द्र सिंह शेखावत ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वीर प्रसूता राजस्थान की भूमि पर अनेक त्यागी-तपस्वी संतों का गौरवशाली इतिहास रहा है, उसी कड़ी में आज तखतगढ़ पीठ आने वाले समय में जनता के भीतर, धर्म, अध्यात्म व नैतिकता का संदेश प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
युवाचार्य स्वामी अभयदास जी महाराज ने कहा कि राजस्थान व तखतगढ़ के लिए गौरव का विषय है कि विश्व विख्यात संतों, केन्द्रीय मंत्रियों व कई वरिष्ठ महानुभावों का आज सद्गुरु श्री त्रिकमदासजी धाम पीठ पर आगमन हुआ है। उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि सद्गुरु श्री त्रिकमदासजी धाम पीठ के नवीन भवन के उदघाटन के साथ पीठ में भारत माता की देश में सबसे प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी आदि अनेक संतो ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए दिनचर्या संयमित व अनुशासित होनी आवश्यक है । योग व अध्यात्म के माध्यम से जीवन के शारीरिक, मानसिक, नैतिक और आध्यात्मिक तलों के रचनात्मक सिद्धांतों के साथ व्यक्ति के सद्भाव का निर्माण होता है।